ग्रामीण भारत के एक पुराने घर में लकड़ी के जांते (हाथ से अनाज पीसने वाला उपकरण) और सिलबट्टा (मसाला पीसने का पत्थर), जो अब भी पारंपरिक जीवनशैली की याद दिलाते हैं। 😊
"जब गांव में रहते थे, तब कभी एहसास ही नहीं हुआ कि गांव क्या होता है... अब परदेस में आकर समझ आया कि गाँव की मिट्टी, लोग, और वो सादगी ही असली जिंदगी थी।"
"वो बचपन के दिन थे, जब बैल, भैंस और बकरियों के लिए दोस्तों संग खेतों में घास काटने जाना भी एक त्योहार जैसा लगता था... न थकान का अहसास, न किसी बात की फिक्र — बस मुस्कानें और मिट्टी की खुशबू!"